Friday, February 5, 2010

जैसे की मै भी लिख रहा हूँ.......

देवेश प्रताप
इन दिनों मुंबई में चल रहे ठाकरे परिवार द्वारा मुंबई सिर्फ मराठियों की है ये चर्चा जोरो पर है .....समाचार पत्र से लेकर टी वी तक, तथा इन्टरनेट पर भी इस बात की चरचा जोरो पर है ......लोगो को बोलने के अच्छा मौका मिला है । बयानबाजी देने के लिए लोग सज कर बैठे है कब टीवी वाले आयंगे और कब बयानबाजी करने का मौका मिलेगा । समाचार पत्रों में भी एक -दो कालम तो इसी ख़बर से भर दिया जा रहा है । इन्टरनेट पर ब्लॉग लिखने वाले तो पोस्ट लिख लिख कर लाइन लगा दिए है (जैसे की मै भी लिख रहा हूँ )। वैसे भी भारत देश में किसी भी विषय में कोई भी व्यक्ति प्रतिक्रिया देने में सबसे माहिर है ......ये गुण यहाँ सब को विरासत में मिलती है । ठाकरे परिवार उत्तर भारतीयों की साथ जो कर रहा है । वो तो उसकी बेशर्मी है । लेकिन उससे जायदा बेशर्मी उत्तर भारत के नेता कर रहे है ........जो की यहाँ से बैठे उत्तर भारत के प्रति सांत्वना प्रकट करते है और उनकी सुरक्षा के लिए आश्वासन देते है , अरे आश्वासन देना है तो इस बात का दो कि उत्तर भारत का ऐसा विकास करेंगे कि, कम से कम लोग मुंबई की तरफ रुकसत करेंगे ..........ज्यादा से ज्यादा रोजगार उपलब्ध करायेंगे .......लेकिन ये सब तो तब होगा जब खुद का पेट भरे ,.......कोई अपनी मुर्तिया बनवाने में व्यस्त है , तो कोई दलित के घर खाना खा के और रात बिता के ये जाता रहा है की देखो मै.....इतना बड़ा आदमी होकर तुम जैसे तुच्छ प्राणी के हाथ का खाना खाया , तो कोई आगली बार सत्ता में आने के लिए ......वोट बटोरने की तैयारी कर रहा है । .....और जब मुंबई में बैठे ठाकरे परिवार उत्तर भारतियों पर हमला करता है उनका अपमान करता है ..तो वू वक्त .....उत्तर भारत में बैठे नेता बयान बाजी देने के लिए तैयारी करते है । और हम जैसे लोग ..........इन विषयों को एक चर्चा के रूप देकर खत्म केर देते है ।

1 comment:

  1. ठाकरे व्यक्ति नहीं मानसिकता है और उत्तर भारतीय नेताओं के तो क्या कहने ---

    ReplyDelete

Thanks